" महक ए आशिकी "
चला हवा का झोका और तेरी जुल्फे लहराई,
तब तेरे आशिको ने राहत की सांस पायी ।
जब तूने ली अगड़ाई,
तब तेरे आशिको के दिलो मे आशिकी जाग आयी ।
तूने कदम बढ़ाए तेरी रहो मे ,
तब...
तब तेरे आशिको ने राहत की सांस पायी ।
जब तूने ली अगड़ाई,
तब तेरे आशिको के दिलो मे आशिकी जाग आयी ।
तूने कदम बढ़ाए तेरी रहो मे ,
तब...