पहले सा आबाद नहीं मैं
पहले सा आबाद नहीं मैं
अब ख़ुद को भी याद नहीं मैं
अब मैं थोड़ा फ़ासिद भी हूँ
अब कोई शमशाद नहीं मैं
औरों से क्या ही कहता मैं
यारों को भी याद नहीं मैं
शहज़ादी सा रक्खा उसको
हाँ लेकिन शहज़ाद नहीं मैं
उसको भुला के अच्छा ये है
'लेखक' अब शब-ज़ाद नहीं मैं
© Lekhak Suyash
#lekhaksuyash
अब ख़ुद को भी याद नहीं मैं
अब मैं थोड़ा फ़ासिद भी हूँ
अब कोई शमशाद नहीं मैं
औरों से क्या ही कहता मैं
यारों को भी याद नहीं मैं
शहज़ादी सा रक्खा उसको
हाँ लेकिन शहज़ाद नहीं मैं
उसको भुला के अच्छा ये है
'लेखक' अब शब-ज़ाद नहीं मैं
© Lekhak Suyash
#lekhaksuyash