जिंदगी क्या है...
दुनिया की भीड के साथ चलना ही जिंदगी हे,
या फिर भीड से अलग कूछ कर जाना ही जिंदगी हे.
दुनिया के तमाम वसुलो भरे पिंजरे मे
कैद होना ही...
या फिर भीड से अलग कूछ कर जाना ही जिंदगी हे.
दुनिया के तमाम वसुलो भरे पिंजरे मे
कैद होना ही...