...

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अब इंतजार नहीं है
ना जाने कितने दिनों
कितने बरस का बोझ
सिर से उतर गया
साहस करके दो शब्द कहे
तबीयत संभालने के लिए
कुसूर अभी तक हमारा
समझ ही ना आया
तुमसे प्यार क्यों हुआ था
दिल बिल्कुल समझ ना पाया
तुम्हारा नाम लेकर लोग
दोस्ती हमसे करते थे
पर उनकी नीयत
ईश्वर हमें समझा देते थे
ऐसे ना जाने कितने बरस गुजर गए
हम सीख सीख कर सबसे
इक सिला सा बन गए
पर हमारी फितरत ऐसी कभी नहीं थी
जहर भर कर दिल में रही कभी नहीं थी
इक दिन हम पुछे इश्वर से
मिला क्यों हमें ये सिला
हमें प्यार क्यों हुआ
हमें क्या मिला
लोगों झुठे चेहरे देख देख थक गए
दोस्त बनने वालों के इरादे से पक गए
इश्वर हमें ये समझाए ,जरा देखो खुद को गौर से
तुम पहले अपना जीवन कहां मिटा रहे थे
तुमको बनाना था कुछ जीवन में
इसीलिए अलग अलग तरह के लोगों को दिखा रहे थे
अगर तुम इतनी ठोकर ना खाती
जिन्दगी की समझ तुम्हें कभी भी ना आती
इतनी सारी डिग्री किसी काम की नहीं
जो हार जाए जीवन की जंग ,बीच में ही
इसीलिए तुमको जिन्दगी की सीख है मिला
अब छोड़ दो किसी से भी करना तुम गिला
आज हो गयी तुम्हारी सीख पुरी
तुम्हारे जीवन में इसीलिए आया था प्यार
तुमको जंग लडने को कर गया तैयार
अब किसी के लिए ना रुको
किसी का इंतजार ना करो
बस आगे बढ़ते चलो
बस आगे बढते रहो
इतनी बात सुनकर सब समझ हम गए
छोड़ दिये कल को
आज से नयी बात
नयी सुबह
हम तैयार हैं
है प्यार तुम्हारा उपकार
हमें इतना सब सिखाने के लिए
तुम ना आते तो हम खुद को कभी समझ ना पाते
हमारे दिल में जो जो प्यार पहले था
आज है और हमेशा रहेगा
बस अब इंतजार नहीं है ।।