आए नहीं तुम
"इन आँखों को देके दिलासा ख्वाबों का,
प्यार की मख़मली चादर सी छुअन का,
गले से छिटककर फिर चले गए तुम,
इंतजार किया हर लम्हा आए नहीं तुम..
रस्ते को बुहारा उसे नजरों से संवारा,
दिल...
प्यार की मख़मली चादर सी छुअन का,
गले से छिटककर फिर चले गए तुम,
इंतजार किया हर लम्हा आए नहीं तुम..
रस्ते को बुहारा उसे नजरों से संवारा,
दिल...