मेरा यार
मेरा यार फूल ,गजल , किताब सा है
सबसे करीबी होकर भी अंजान सा है
ना करू जिक्र उसका हर एक अल्फाज मे कहा मेरे बस मे है
मेरा हर एक लफ्ज़ उसकी ही वजह से पाक सा है
© safaredard
सबसे करीबी होकर भी अंजान सा है
ना करू जिक्र उसका हर एक अल्फाज मे कहा मेरे बस मे है
मेरा हर एक लफ्ज़ उसकी ही वजह से पाक सा है
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