चमगादड़ चीन की क्या है अवकात।
अपनी औकात में रहो जिनपिंग वरना...
तेरी बौनी बौनी आँखों को हम चीर फाड़ कर रख देंगे।
भारत पर आघात किया तशरीफ़ फाड़ कर रख देंगे।।
#शब्दों की मर्यादा रखना चाहता था लेकिन क्या करूं दिल में आक्रोश की ज्वाला धधक रही है।
© कवि श्याम प्रताप सिंह
तेरी बौनी बौनी आँखों को हम चीर फाड़ कर रख देंगे।
भारत पर आघात किया तशरीफ़ फाड़ कर रख देंगे।।
#शब्दों की मर्यादा रखना चाहता था लेकिन क्या करूं दिल में आक्रोश की ज्वाला धधक रही है।
© कवि श्याम प्रताप सिंह