कभी आओ हमारे यू पी में !!
कभी आओ हमारे यू पी में
गुम होके भूल भुलैया में, फ़िर ताज की खूबसूरती देखना..
गंगा की धारा को छु कर, विश्वनाथ में मत्था टेकना..
सैर करना नौका विहार, जब तुम मेरे गोरखपुर आना,
झूमका पहन बरेली वाला, अपनी तुम शोभा दिख लाना
अगर चाहिए चरित्र समझ अयोध्या तुम याद कर लेना
जो प्रीत की चाह जगे तो, वृंदावन दर्शन कर लेना
संगम की धरती पर जाके, मन पवित्र पावन कर लेना
बरसाने की होली खेल, रंगो से जीवन भर लेना
रूप संवार लेना तुम, लिपट वनारस की साड़ी में
जीवन तुमको दिख जाएगा, काशी के कबीरा की वाणी में
चुस्की ले कुल्हाड़ की प्याली , तनिक तुम विश्राम कर लेना
जाते जाते मंगल हेतु, माँ विन्ध्यवासिनी को प्रणाम कर लेना !!
तो आओ कभी हमारे यू पी में 😊
© shiveshpatel
गुम होके भूल भुलैया में, फ़िर ताज की खूबसूरती देखना..
गंगा की धारा को छु कर, विश्वनाथ में मत्था टेकना..
सैर करना नौका विहार, जब तुम मेरे गोरखपुर आना,
झूमका पहन बरेली वाला, अपनी तुम शोभा दिख लाना
अगर चाहिए चरित्र समझ अयोध्या तुम याद कर लेना
जो प्रीत की चाह जगे तो, वृंदावन दर्शन कर लेना
संगम की धरती पर जाके, मन पवित्र पावन कर लेना
बरसाने की होली खेल, रंगो से जीवन भर लेना
रूप संवार लेना तुम, लिपट वनारस की साड़ी में
जीवन तुमको दिख जाएगा, काशी के कबीरा की वाणी में
चुस्की ले कुल्हाड़ की प्याली , तनिक तुम विश्राम कर लेना
जाते जाते मंगल हेतु, माँ विन्ध्यवासिनी को प्रणाम कर लेना !!
तो आओ कभी हमारे यू पी में 😊
© shiveshpatel