वजह
कोई अब पूछे मुझे वजह क्या है
उसको बेपनाह चाहने की तेरी
ख़ुद से ही पूछ बैठी मैं तो
बस खामोशी ही हाथ लगी मुझे...
उसको बेपनाह चाहने की तेरी
ख़ुद से ही पूछ बैठी मैं तो
बस खामोशी ही हाथ लगी मुझे...