"मैं तुमको निहारूं"
आत्मा से मैं तुमको निहारूं,
निशदिन ख्वाबों में मैं पुकारूं।
तुम आ जाओ स्वप्न सजा दो,
राहें पलकों से मैं संवारुं।।
तुमसे मैं आलिंगन कर के,
अधरों को अधरों पे धर के।...
निशदिन ख्वाबों में मैं पुकारूं।
तुम आ जाओ स्वप्न सजा दो,
राहें पलकों से मैं संवारुं।।
तुमसे मैं आलिंगन कर के,
अधरों को अधरों पे धर के।...