बड़े फैसले
बड़े फैसले लेने के लिए,
छोटे फैसले लेना शरू करना चाहिए,
लेकिन हम भारतीयों में इस चीज़ की कमी है,
छोटे छोटे फैसलों से ही सीखकर इंसान बड़े फैसले लेना सीख जाता है,
अगर बच्चा सोच कर कुछ फैसले लें भी लें तो उनको नजरअंदाज करदिया जाता है, या यह कहकर चुप करा दिया जाता तुम अभी छोटे हों, और वो छोटा 20 साल का होता है
नोकरी पक्की होने तक बच्चा माँ के अंचल में...
छोटे फैसले लेना शरू करना चाहिए,
लेकिन हम भारतीयों में इस चीज़ की कमी है,
छोटे छोटे फैसलों से ही सीखकर इंसान बड़े फैसले लेना सीख जाता है,
अगर बच्चा सोच कर कुछ फैसले लें भी लें तो उनको नजरअंदाज करदिया जाता है, या यह कहकर चुप करा दिया जाता तुम अभी छोटे हों, और वो छोटा 20 साल का होता है
नोकरी पक्की होने तक बच्चा माँ के अंचल में...