मैं दर्द लिखूं, या आस लिखूं......
मैं दर्द लिखूं, या आस लिखूं......
दिल के वो जज़्बात लिखूं?
मुझसे जो बात बात पर रुठ जातें हैं,
उनके लिए कुछ अल्फ़ाज़ लिखूं?
गीत लिखूं या राग लिखूं.....
बैठे से वो ख्वाब लिखूं?
बढ़ती है जिनसे दिलों की धड़कन,
क्या वो चंद प्यार के एहसास लिखूं?
यूं तो कुछ खास लिखती नहीं हूं मैं,
पर क्या आज, वो... अधूरी सी बात लिखूं........
दिल के वो जज़्बात लिखूं?
मुझसे जो बात बात पर रुठ जातें हैं,
उनके लिए कुछ अल्फ़ाज़ लिखूं?
गीत लिखूं या राग लिखूं.....
बैठे से वो ख्वाब लिखूं?
बढ़ती है जिनसे दिलों की धड़कन,
क्या वो चंद प्यार के एहसास लिखूं?
यूं तो कुछ खास लिखती नहीं हूं मैं,
पर क्या आज, वो... अधूरी सी बात लिखूं........