>चिड़कली< (स्वरचित राजस्थानी गीत)
पीहर छौड़ कै उड़ी चिड़कली
हिस्सां मं बंट ज्यासी जी
ओ आँगण तो मन म बसगो
ई नै भूल ना पासी जी २
खेल खिलुण्याँ घोड़ा हाथी
बालपणै रा थै हो साथी
थानै छौड़ कठै जास्यां जी
थै म्हानै ढूंडो बीरोसा
म्है राख्यां मं मिल जास्यां जी २
लड़ती झगड़ती चोटी...