जाने दो
उंगलियों से फ़िसलती रेत को
तुम फ़िसल जाने दो
आँखें नम है दिल में गम
पर खुदको तुम मुस्कुराने दो
घायल हैं ...
तुम फ़िसल जाने दो
आँखें नम है दिल में गम
पर खुदको तुम मुस्कुराने दो
घायल हैं ...