...

12 views

यादें….!!!!!
फिर आज आँखों में यादें बसी है वो कुछ पुरानी….
कभी ज़िंदगी में खुशियाँ थी,
आज ज़िंदगी बनकर रह गई है एक कहानी।।।
यादों के दरिया में हम फ़िर से डूब गए….
कभी हुआ करते थे हाथों में हाथ अब वो छूट गए।।।
टकरा गई फिर से भूली बिसरी यादें राहों में….
हमने बसा लिया फिर उन्हें अपनी इन खामोशी से भरी निगाहों में।।।
असंवेदनाओं के बाज़ार में रूहें ज़ख़्मी...