आंधी
कल की रात थी बड़ी भयानक
आंधी ने की थी ऐसी हालत
चारों तरफ थी धूल ही धूल
कितनी चीजें हो गई टूट के चूर
मिट्टी की चादर बिछी हो जैसे
धूल की परत चढ़ी थी ऐसे...
आंधी ने की थी ऐसी हालत
चारों तरफ थी धूल ही धूल
कितनी चीजें हो गई टूट के चूर
मिट्टी की चादर बिछी हो जैसे
धूल की परत चढ़ी थी ऐसे...