मैं और मेरी डायरी
मैं और मेरी डायरी अक्सर ये बातें किया करते हैं
अल्फाज़ नये नित चुनकर ये एक कहानी बुनते हैं।
किरदार बदलते रहते हैं कुछ अक्स उभरते रहते हैं
गिरते हैं, उठते हैं, सुस्ताते हैं,फ़िर से कदम बढ़ाते हैं।
ज़िंदगी रूपी कहानी कभी ख़त्म नहीं होती ...
अल्फाज़ नये नित चुनकर ये एक कहानी बुनते हैं।
किरदार बदलते रहते हैं कुछ अक्स उभरते रहते हैं
गिरते हैं, उठते हैं, सुस्ताते हैं,फ़िर से कदम बढ़ाते हैं।
ज़िंदगी रूपी कहानी कभी ख़त्म नहीं होती ...