60 साल ( कविता )
60 साल
सब समझने लगे मुझे बुढढा
क्योकि मै साठ साल का हो गया ।
परसों कि तो बात है मै था नन्हा बालक
रोज सबेरे स्कूल था जाना टीचर जी की डांट को खाना।
कल ही कि तो बात...
सब समझने लगे मुझे बुढढा
क्योकि मै साठ साल का हो गया ।
परसों कि तो बात है मै था नन्हा बालक
रोज सबेरे स्कूल था जाना टीचर जी की डांट को खाना।
कल ही कि तो बात...