...

5 views

ऐ वक़्त ,जरा ठहर
ऐ वक़्त जरा ठहर

ऐ वक़्त जरा ठहर,
बहुत रफ़्तार तेज है तुम्हारी
कुछ पल सुकून की
साँस तो ले लेने दे
सब अपनी गति से
चल रहे हैं पर
तुम्हारी गति इतनी तीव्र क्यों हो गई
अभी तो कई फर्ज बाकी हैं
अभी तो कई कर्ज भी बाकी हैं
थोड़ा अपनों से...