...

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Last Day of 2022
ये वक़्त है इसे आदत है गुज़रने की
बीते साल का मलाल ठीक नहीं..!

कल जो होना होगा, हो जाएगा
इस बात से आज पर सवाल ठीक नहीं..!

बैठ कर किया करो बातें जनाब
यूं सड़को पर करना बवाल ठीक नहीं..!

पड़ी रहने दो मिट्टी उन यादों पर
बंद तालों पर लगाना आवाज़ ठीक नहीं..!

हर साल जनवरी से इश्क़ करते हो बेपनाह
दिसम्बर में कोसना इस साल ठीक नहीं..!
© Vinisha Dang