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Love is the Limit (the sky).
विश्वविद्यालय का छात्र किंडरगार्टन के बच्चे से अपेक्षा रखे की वह उनकी बात को समझे, यह आपो आप में मूर्खता होगी।
'बुद्धि' is the kindergarten and 'heart' is the university.
जब तक व्यक्ति महज़ #बुद्धि मे रहता है, वह सिकुडा एवम सिमटा हुआ रहता है।
#हृदय पर है!
जो व्यक्ति को एक 'मुक्त गगन' देता है,
उस 'आकाश' को जिसे दुनिया देख नहीं पाती।
#love
हाँ प्रेम ही वह आकाश है जिसमे
परम आनंद भी है और और गहन पीड़ा भी।
सूरज भी, पृथ्वी और चंद्र भी।
Electron, Proton,Neutron hmm.
देव, मानव, परमात्मा भी यही।
जो कुछ यथार्थ है वह प्रेम ही है,
और प्रेम यथार्थ कुछ भी नहीं।
प्रेम को भी एक दिन मिट जाना होता है,
मगर यथार्थ प्रेम कभी मिटता नहीं
हाँ अवश्य ही प्रेम आपमे पुरा होता है,
तो आप ज़रूर मीट जाते हो।
प्रेम वो आखिरी तरंग है जीवन की,
प्रेम वो आखरी ध्वनि है जीवन की।
जब आप शुन्य हो जाते हो
मगर यह ध्वनि बरकरार रहती है,
प्रेम मे पृथ्वी की व्याथा भी है
सूरज की गरमी..जीवन का passion भी,
और ग्राहक धारक चंद्र की शीतलता भी।
यही प्रेम जब आगे बढ़ता है,
स्वय्म से ऊपर उठता है
तो वही परमात्मा हो जाता है,
और वही परमात्मा 'शून्य'।
जहाँ कोई तरंग नहीं कोई उमंग नहीं कोई आरंभ नहीं कोई अंत नहीं।
इसीलिए प्रेम वह आखरी उमंग है,
जिसके बाद जीवन मे कोई उमंग नहीं उठती, तरंग नहीं उठती।
इसीलिए ये जीतना गहन है, इसमे उतना ही उठाव भी
इसलिए कभी इसमे मानवीय अनुभव होता है, कभी देवीय तो कभी अनुभूति होती है
परमशांति परमात्मा की।
प्रेम अंतिम सत्य नहीं है...
किंतु क्योंकि अंतिम के निकट है,
सो अंतिम भी इससे अछुता नहीं।
उस काले अंधेरे कृष्ण का आभास यहा होता रहता है,
जिसके सिवा जग मे कोई दुजा प्रकाश नहीं।
हकीकत समझे तो 'प्रेम' 'परमात्मा' का 'प्रकाश' है!
क्योंकि प्रकाश भी vibrational है।
सबसे तिवृ गति का vibration, जिसे अब तक नापा न जा सका।
सरल भाषा मे समझे तो यही तो 'राधा और कृष्ण' है।
तरंग और वो अंतराल!
देखे तो वो भिन्न है किंतु समस्त एक ही तो आकाश है!
तरंग भी वो अंतराल भी...
वे कभी मिलते हुए से मालूम नहीं होते क्योंकि वे सदा से मिले हुए ही होते है, जुदा कभी वे थे ही नहीं
वे एक से है! एक ही मे है! एक ही हैं!
'राधाकृष्ण'!
आकाश और उसकी ध्वनि,
परमात्मा और उसकी वाणी #प्रेम।



negative+ positve becomes one unit.
#divine and the #supreme
#love is the highest 'vibrational Frequency' of the existence. which dwells in the heart💓, rest is the silence... merely space. #emptyspace


this is what #silencewhispers... in every way even if talks rubbish.
..thing and no-thing aren't apart.


© D💚L