☠︎︎🖤 || क्या चाहता है || 🖤☠︎︎
सख्त से सख्त लोहे को पिघला दिया
वो हो कर के सख्त मुझसे क्या चाहता है
कितनों के राज गए कितनो के ताज गए
शहर का तख्त मुझसे क्या चाहता है
मेरे अन्दर जो बैठा इरादे नेक नही
शायर कमबख्त मुझसे क्या चाहता है
सांपो की बस्ती दवा भी जहरीली है
मेरा नीला हुआ रक्त मुझसे क्या चाहता है
वो दूर से इशारे कर रहा है मुझे रात से
जाओ पूछो वो फक्त मुझसे क्या चाहता है
अच्छे अच्छे हार गए बदलने की कोशिश में
तो अब ये बुरा वक्त मुझसे क्या चाहता है
© दीप
वो हो कर के सख्त मुझसे क्या चाहता है
कितनों के राज गए कितनो के ताज गए
शहर का तख्त मुझसे क्या चाहता है
मेरे अन्दर जो बैठा इरादे नेक नही
शायर कमबख्त मुझसे क्या चाहता है
सांपो की बस्ती दवा भी जहरीली है
मेरा नीला हुआ रक्त मुझसे क्या चाहता है
वो दूर से इशारे कर रहा है मुझे रात से
जाओ पूछो वो फक्त मुझसे क्या चाहता है
अच्छे अच्छे हार गए बदलने की कोशिश में
तो अब ये बुरा वक्त मुझसे क्या चाहता है
© दीप