# फितूर ऐ ज़िंदगी सपनों की
ये मेरे टूटे हुए सपनों,आज मैं तुमसे बाद करती हूं कि
तुम्हारे पूरे ना होने के इल्ज़ामात
मां,बाप, प्रेमी, समाज वक्त हालात, ज़मी आसमा
अब किसी पर ना लगाउंगी,
तुम हमेशा मेरी जिम्मेदारी थे और रहोगे,
मैं तुम्हें पूरा करने आऊंगी,
मैं तुमसे फिर मिलूगी.......
© #shivanyas_thoughts✍️✍️