...

6 views

रातो की गहराइया
दिमाग है जो कभी भी कुछ भी सोच लेता है
बिना पूछे बुरी यादो का दरवाजा खोल देता है
ये आँखे भी ऐसी ही है
खुशी में भी आँखो में अश्रु ले आती है
ओर ये ज़ुबान का क्या कहे
खुशी में भी कड़वा बोल जाती है
न जाने क्यो ये आँखे हमारे बिना कुछ कहे भी सब कह जाती है
रात भर जगा कर ये यादे हमे सताती है
ये अश्रु नमक जैसे खारे है
पुरानी यादो को बस ओर दर्द भरे बिचारे है
अल्फाज़ो में बया कर न पाए
एहसासों का सिलसिला
इस बार मेरे दिल ने
कुछ ज्यादा ही मांग लिया
मंगा कुछ ऐसा जिसे भगवान ने भी नकार दिया
न मिलने का दुख दिल को दे दिया
कोहिनूर मांग लेता
लाकर दे देते हम
पर उसने किसी का साथ माँग लिया,जो देना पाए हम
उन गुलाब के पंखुडियो की खुशबू लेने से पहले
ही काटा यू दिल को चुभा दिया
इस बात पे ही मेरा...