घड़ी
न रूकती है सदा के लिए,
न ठहरती करने दो पल आराम,
यूँ चलती जाए अपनी मस्ती में,
करती हुई टिक टिक की आवाज़,
न किसी को समझे दुश्मन,
न...
न ठहरती करने दो पल आराम,
यूँ चलती जाए अपनी मस्ती में,
करती हुई टिक टिक की आवाज़,
न किसी को समझे दुश्मन,
न...