...

7 views

समय की आँधी...
समय की आँधी...

सुनो ख़ामोशी का ये शोर है
कल था वो राजा, आज कोई और है
हसने वालों का देखो, ना आंसूओं पर जोर है
समय की आँधी ने लिया ऐसा मोड़ आज है

अब ना कोई राजा है, ना प्रजा यहाँ
अहंकारी ने भी अब ये जान लिया
मुट्ठी भर की थी वो दौलत जो खाक हुए
कफन के बिना ही देखो वो राख हुए
न हुआ नसीब आखिर उनको दीदार है
समय की आँधी ने लिया ऐसा मोड़ आज है

अब जाके तो सारा भेद खुल पाया है
अपने हुए बेगाने, गैरों का ही साथ पाया है
ज़रा आंखें खोल कर देखो राजनेताओं
हिंदू भाई की चिता को आग मुसलमान भाई ने लगाई है

(अभी लिखना बाकी है)

© Aezz खान...