...

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जीना मुझे तुम सिखा रही
दर्द मेरे तुम भुला ही गई
चैन मेरा तुम चुरा ले गई
जीना मुझे तुम सिखा रही
ना जाने क्या असर मुझपे हो रहा??

मैं जो परिंदा था बेसब्र
था उड़ा जो दरबदर
मानो उसे तुम्हें पाकर
मिल गया हो उसका घर

जैसे कोई रात का तारा करता हो उजाला
जैसे कोई किनारा देता हो सहारा
मुझे तुम मिली किसी मोड़ पर
बनकर मेरे जिंदगी का उजाला
@itsuniqueabhi