आंतरिक प्यार😊
SHE::
बोली टाला तो बहुत था मैने मेरा मामा रिश्ता ले आया,
मेरी मर्जी चली न मेरा बाबू रुपया दे आया,
मेरी मां ने मेरा साथ दिया बोली लड़की अब तो थोड़ा सयानी है,
उस दिन सूली लटकी थी पागल तेरे सपनो की रानी ये,
मेरे भाई को अपना पता था उसने घी आग में डाल दिया,
कुछ कहना मैं भी चाहती थी लेकिन हंस के बस टाल दिया,
जला दिया वो प्यार देख उस फेरों वाली आग...
बोली टाला तो बहुत था मैने मेरा मामा रिश्ता ले आया,
मेरी मर्जी चली न मेरा बाबू रुपया दे आया,
मेरी मां ने मेरा साथ दिया बोली लड़की अब तो थोड़ा सयानी है,
उस दिन सूली लटकी थी पागल तेरे सपनो की रानी ये,
मेरे भाई को अपना पता था उसने घी आग में डाल दिया,
कुछ कहना मैं भी चाहती थी लेकिन हंस के बस टाल दिया,
जला दिया वो प्यार देख उस फेरों वाली आग...