वक़्त...
सुख और दुःख हमारी ज़िन्दगी के दो पहलू,
अपने नसीब से हो रहे रूबरू,
ऊपरवाला भी बड़ा कलाकार है,
उसकी काला कृतियों के बिना सब बेकार है,
वो ही जाने उसके दिल में क्या है समाया,
उसका लिखा दुनिया में कोई ना बदल पाया,
आज सुख है तो वक़्त अपना है,
कल दुःख आएगा और वक़्त बदल जाएगा,
कभी दिल कि धड़कन सँभाले,
कभी बिखरती ज़िन्दगी...
अपने नसीब से हो रहे रूबरू,
ऊपरवाला भी बड़ा कलाकार है,
उसकी काला कृतियों के बिना सब बेकार है,
वो ही जाने उसके दिल में क्या है समाया,
उसका लिखा दुनिया में कोई ना बदल पाया,
आज सुख है तो वक़्त अपना है,
कल दुःख आएगा और वक़्त बदल जाएगा,
कभी दिल कि धड़कन सँभाले,
कभी बिखरती ज़िन्दगी...