कोशिश
कोशिश करो हज़ार बार, जब तक ना हो दरिया पार।
मुक्ति स्वर्ग की आकांक्षा में, मन्तव्यों की लालसा में,
क्या खोने में क्या पाने में, तू बन अपनी कश्ती का खेवनहार।
जब तक ना हो दरिया पार।।
देखना...
मुक्ति स्वर्ग की आकांक्षा में, मन्तव्यों की लालसा में,
क्या खोने में क्या पाने में, तू बन अपनी कश्ती का खेवनहार।
जब तक ना हो दरिया पार।।
देखना...