बह गए जो बिन बताए यू ही
बह गए जो
बिन बताए यूँ ही
उन बिलखते
आंसुओं का
पता कर जाते
क्यूं, छोड़े
वो सपने अधूरे
क्यूं बिखरे
बिखरे से
वो जज़्बात जमीं पर
कह लेते कुछ
सुन लेते मेरी
सुनो,
भीगी पलकों में सही
सँग मुस्कुरा कर तो जाते
काश
अजनबी इन सड़कों पर
वो करीबी दिल के लोग
एक दफ़ा
हक़ से,बता कर तो जाते।
- भोर
#bhor
© @mishravishal
बिन बताए यूँ ही
उन बिलखते
आंसुओं का
पता कर जाते
क्यूं, छोड़े
वो सपने अधूरे
क्यूं बिखरे
बिखरे से
वो जज़्बात जमीं पर
कह लेते कुछ
सुन लेते मेरी
सुनो,
भीगी पलकों में सही
सँग मुस्कुरा कर तो जाते
काश
अजनबी इन सड़कों पर
वो करीबी दिल के लोग
एक दफ़ा
हक़ से,बता कर तो जाते।
- भोर
#bhor
© @mishravishal