मुस्कान सजा के रखना।
दिल तो टूटते रहते हैं,
अरमान बिखरते रहते है,
सजाए तारे गिरते रहते है,
बिन मौसम सावन पिघलते रहते है,
मुश्किल नहीं है जादा,इन...
अरमान बिखरते रहते है,
सजाए तारे गिरते रहते है,
बिन मौसम सावन पिघलते रहते है,
मुश्किल नहीं है जादा,इन...