सब कुछ है पास फिर भी..
सब कुछ है पास फिर भी
थोडीसी माह्युसी बढ रही है
मनचाहा जी नहीं पा रहे
सिर्फ जिंदगी कट रही है..
अब नहीं होता दुख हमें
किसी के छोडके जाने का
अब किसी और के लिए नहीं
सिर्फ खुदके लिये जी रहे हैं..
करने हैं सब सपने पूरे
पूरे करने हैं कुछ ख्वाब
मिलता है थोडा दर्द हमें
फिर भी मुस्कुराते हैं लाजवाब..
तुम साथ आओगे तो लगेगा
हमारी परछाई चल रही है
वरना रोज ऐसा लगता है
कि सिर्फ जिंदगी कट रही है..
© ram gagare
थोडीसी माह्युसी बढ रही है
मनचाहा जी नहीं पा रहे
सिर्फ जिंदगी कट रही है..
अब नहीं होता दुख हमें
किसी के छोडके जाने का
अब किसी और के लिए नहीं
सिर्फ खुदके लिये जी रहे हैं..
करने हैं सब सपने पूरे
पूरे करने हैं कुछ ख्वाब
मिलता है थोडा दर्द हमें
फिर भी मुस्कुराते हैं लाजवाब..
तुम साथ आओगे तो लगेगा
हमारी परछाई चल रही है
वरना रोज ऐसा लगता है
कि सिर्फ जिंदगी कट रही है..
© ram gagare