जैसी सोच वैसा जीवन
क्या सोचना, कैसे सोचना,है चाहिए कितना सोचना
सोच समझ कर गहराई से तुम इसको ज़रा सोचना
शब्द होते अभेद्य बाण इनका करना तुम मोल ना
जिह्वा रूपी प्रत्यंचा पर चढ़ाने से पहले ज़रूर तोलना
परोसने से पहले शब्दों को परख की भट्टी में छोड़ना
तप...
सोच समझ कर गहराई से तुम इसको ज़रा सोचना
शब्द होते अभेद्य बाण इनका करना तुम मोल ना
जिह्वा रूपी प्रत्यंचा पर चढ़ाने से पहले ज़रूर तोलना
परोसने से पहले शब्दों को परख की भट्टी में छोड़ना
तप...