"अन्तराल में"
आख़िर क्यों शब्द बोलते नहीं है
ये कौन भावनाओं को रोकता हैं
जिधर भी देखो अंतर नज़र आता है
ये कौन शब्दों में अन्तराल थोपता हैं
रुंध जाता है...
ये कौन भावनाओं को रोकता हैं
जिधर भी देखो अंतर नज़र आता है
ये कौन शब्दों में अन्तराल थोपता हैं
रुंध जाता है...