परिवर्तन का समय है
आज कोई सपने बेचने आ रहा है
आपको नया मंज़र दिखाने आ रहा है।
हक़ीक़त में जो ख़ुद खोखला है
राष्ट्र संबल का फिर मंत्र देने आ रहा है।
आप को अपना बताने आ रहा है
स्वार्थ लिप्त फिर गुमराह करने आ रहा है।
जुमलों की बरसात लेके आ रहा है
सपनों के सच होने का आसार ला रहा है।
भाईचारे का नया शगूफ़ा ला रहा है...
आपको नया मंज़र दिखाने आ रहा है।
हक़ीक़त में जो ख़ुद खोखला है
राष्ट्र संबल का फिर मंत्र देने आ रहा है।
आप को अपना बताने आ रहा है
स्वार्थ लिप्त फिर गुमराह करने आ रहा है।
जुमलों की बरसात लेके आ रहा है
सपनों के सच होने का आसार ला रहा है।
भाईचारे का नया शगूफ़ा ला रहा है...