...

4 views

ग़ज़ल
२२१-१२२२//२२१-१२२२

रस्ते में अदू मेरा कुछ चाल न चल जाए
डर है वो कहीं मुझसे आगे न निकल जाए (१)

पत्थर से बने हो क्या चुपचाप ही रहते हो
पहलू में अगर दिल है कह दो कि मचल जाए (२)

कल तक था मैं जैसा भी...