तेरी राजधानी है।
दिल के शहर पर तेरी हुक़्मरानी है ,
जो मर्जी कर ये तेरी राजधानी है।
टांग दो सूली पर या क़त्लेआम करो ,
दिल दे दिया अब ,ये तुम्हारी जिम्मेदारी है।
ज़माना पूछता है ये कौन है जो...
जो मर्जी कर ये तेरी राजधानी है।
टांग दो सूली पर या क़त्लेआम करो ,
दिल दे दिया अब ,ये तुम्हारी जिम्मेदारी है।
ज़माना पूछता है ये कौन है जो...