अनजान राहों की ओर
सुबह की शांति में, सूरज का संगम,
जहाँ आकाश और धरती का मिलन,
वहाँ एक रास्ता है जो अभी तक अनजान,
जहाँ सपने और आशाएँ बांधती हैं मिलकर।
गहरी घाटियों से ऊँची पहाड़ियों तक,
जहाँ बाज़ उड़ते हैं और नदियाँ सांस लेती हैं,
हौंसले कहते हैं, "तुम कोशिश कर सकते हो",
विश्वास अपनी छाँव में खुलता है आसमान के नीचे।
अतीत की गुंजाइशों को पीछा करो,
आगे बढ़ो, हर पल व्यापक,
क्योंकि तुम्हारे अंदर दृढ़ता की गोली,
जो अदम्य और दृढ़ रहती है।
यात्रा को निभाओ, बहादुर और साहसी,
अपनी कहानी अब खोलो,
हर कदम में, एक कहानी दोहराई जाती है,...