याद आ गए तुम....
हवा की आहट हुई और याद आ गए तुम,
ये हवाओं से दोस्ती अच्छी नहीं तुम्हारी,
हमसे बेगाने होके खूब निभा रहे हो बफादरी।
काश तुम भी समझ पाते,
दिल की बात,जुबां से कह जाते।
दूरियों से क्या...
ये हवाओं से दोस्ती अच्छी नहीं तुम्हारी,
हमसे बेगाने होके खूब निभा रहे हो बफादरी।
काश तुम भी समझ पाते,
दिल की बात,जुबां से कह जाते।
दूरियों से क्या...