ना जाने क्यों कुछ उदासियां सी है
ना जाने क्यों कुछ उदासियां सी है
मन में एक अनचाहा सा शोर है
फिर भी दूर तक विरानिया सी है...
मन में एक अनचाहा सा शोर है
फिर भी दूर तक विरानिया सी है...