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ना जाने क्यों कुछ उदासियां सी है
ना जाने क्यों कुछ उदासियां सी है
मन में एक अनचाहा सा शोर है
फिर भी दूर तक विरानिया सी है
कुछ है अजीब सा जो खटक रहा है
ना जाने किन कारणों से मन भटक रहा है
एक सुकून पाने की चाह सी लगी है
ना जाने क्या है जिसकी आस लगी है।।
© Pooja Sharma
मन में एक अनचाहा सा शोर है
फिर भी दूर तक विरानिया सी है
कुछ है अजीब सा जो खटक रहा है
ना जाने किन कारणों से मन भटक रहा है
एक सुकून पाने की चाह सी लगी है
ना जाने क्या है जिसकी आस लगी है।।
© Pooja Sharma
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