स्कूल वाले दिन
कुछ याद आ रहा है,
शायद सुबह जल्दी उठना.
जल्दी तैयार होना,
टिफीन में मम्मी के हाथ के पराठे,
और अपनी royal enfield के साथ स्कूल की वो सडके.
मन्दिर के सामने वाला,
घर तो रास्ते में की हुइ बाते.
दोस्तों के साथ auto वाले को हराने की शर्त लगाना, और दूसरे ही पल सब का साथ गिरना.
बारिश के महीने,
तो उनमे भीगती हुइ कुछ यादे .
सर्दी कि तो बात ही न पूछो,
एक वो ही...