बदल और पृथ्वी का संवाद
#वस्तुकाआवारण
मार रही हूं प्यास से अब नीर को तू छोड़ दे
जन्म जन्मों का है साथ तेरा तू उस गंभीरता को छोड़...
मार रही हूं प्यास से अब नीर को तू छोड़ दे
जन्म जन्मों का है साथ तेरा तू उस गंभीरता को छोड़...