परिस्थिति
परिस्तिथियो ने ऐसा मज़ाक सा बनाया,
अब तो अश्क मोती नज़र आया, अश्क
बहाने पर दिल भर आया, क्यूं दूसरो की
खातिर आंसू को बहाया।। जिंदगी ने हमको
बहुत डराया, कैसा मोड़ और कैसा किनारा आया।।
© nishi bhatnagarr
अब तो अश्क मोती नज़र आया, अश्क
बहाने पर दिल भर आया, क्यूं दूसरो की
खातिर आंसू को बहाया।। जिंदगी ने हमको
बहुत डराया, कैसा मोड़ और कैसा किनारा आया।।
© nishi bhatnagarr
Related Stories