कोरोना
ज़िन्दगी थी ख़ुशियों से भरी,मनुष्यों में था उल्लास।
सभी के चेहरों में थी एक ख़ुशियों की रौनक।।
सभी मना भी रहे थे अपनों-अपनों देशों में जश्न आपार।
क्योंकि अब आने वाला था मानव जीवन में २०२० का साल।।
लेकिन किसी को न था पता कि यह साल एक ऐसा समय भी लायेगा।
जब मानव सभ्यता पर 'कोरोना' नामक बीमारी का ख़तरा मडरायेगा।।
मानव जीवन पर 'कोरोना' का क़हर कुछ ऐसा छाया।
कि मनुष्य के जीवन में उसने आँसूओं का एक विशाल सुनामी लाया।।
जिसने लाखों ज़िन्दगियों को उसने उस सुनामी में डूबाया।
फ़रवरी में लगी ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में आग और फिर मार्च से शुरू हुआ 'कोरोना'
काल।।
मानव जीवन ने भी...
सभी के चेहरों में थी एक ख़ुशियों की रौनक।।
सभी मना भी रहे थे अपनों-अपनों देशों में जश्न आपार।
क्योंकि अब आने वाला था मानव जीवन में २०२० का साल।।
लेकिन किसी को न था पता कि यह साल एक ऐसा समय भी लायेगा।
जब मानव सभ्यता पर 'कोरोना' नामक बीमारी का ख़तरा मडरायेगा।।
मानव जीवन पर 'कोरोना' का क़हर कुछ ऐसा छाया।
कि मनुष्य के जीवन में उसने आँसूओं का एक विशाल सुनामी लाया।।
जिसने लाखों ज़िन्दगियों को उसने उस सुनामी में डूबाया।
फ़रवरी में लगी ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में आग और फिर मार्च से शुरू हुआ 'कोरोना'
काल।।
मानव जीवन ने भी...