उन दिनों की मोहोब्बत का राज़...
जो मज़ा था वो मोहोब्बत वाले ख़त में,
गेंद फ़ेक कर पैगाम देना छत पे,
किसी की आँखों में खो जाना बेहद से,
दिल में किसी के होने का एहसास होना,
उन अल्फाज़ो का एक साज़ होना,
उस ख़त का बेसब्री सा इंतज़ार होना, ...
गेंद फ़ेक कर पैगाम देना छत पे,
किसी की आँखों में खो जाना बेहद से,
दिल में किसी के होने का एहसास होना,
उन अल्फाज़ो का एक साज़ होना,
उस ख़त का बेसब्री सा इंतज़ार होना, ...