क्या करें
मिलने की तदबीर क्या करें।
पाँव में है जंज़ीर क्या करें।
कौन है वारिस बोलो इसका,
ज़ख्मों की जागीर क्या करें।
बैठे सारे यहां विदूषक,
चर्चा फ़िर गंभीर क्या करें।
चूक गये सब तीर निशाना,
खोटी है तक़दीर क्या करें।
दरस को तेरे प्यासी आँखें,
हम तेरी तस्वीर क्या करें।
ख़्वाब दिखाए वो भी धुंधले,
उनकी अब ताबीर क्या करें।
कर्म तुम्हारे रावण जैसे,
तुम्हीं कहो रघुबीर क्या करें।
© इन्दु
पाँव में है जंज़ीर क्या करें।
कौन है वारिस बोलो इसका,
ज़ख्मों की जागीर क्या करें।
बैठे सारे यहां विदूषक,
चर्चा फ़िर गंभीर क्या करें।
चूक गये सब तीर निशाना,
खोटी है तक़दीर क्या करें।
दरस को तेरे प्यासी आँखें,
हम तेरी तस्वीर क्या करें।
ख़्वाब दिखाए वो भी धुंधले,
उनकी अब ताबीर क्या करें।
कर्म तुम्हारे रावण जैसे,
तुम्हीं कहो रघुबीर क्या करें।
© इन्दु