Ishq
कई लम्हे बिताए हमने जिसकी यादों में,
एक लम्हे में ही वो मुझसे पराया हो गया।
उससे शादी के वो सपने और वह हनीमून का प्लान,
उसकी शादी की तारीख आते ही सारा जाया हो गया।
दोस्तों के संग बैठक और फिर दो चार पैक,
और फिर देखते ही देखते मंडप पर धावा हो गया।
पहले उसने मारा और फिर उसके पति नें,
देखते ही देखते सारा जग पराया हो गया।
कपड़े सारे थे फटे और शक्ल भिखमंगो सी थी,
एक दो ने भीख दी घर तक का किराया हो गया।
एक लम्हे में ही वो मुझसे पराया हो गया।
उससे शादी के वो सपने और वह हनीमून का प्लान,
उसकी शादी की तारीख आते ही सारा जाया हो गया।
दोस्तों के संग बैठक और फिर दो चार पैक,
और फिर देखते ही देखते मंडप पर धावा हो गया।
पहले उसने मारा और फिर उसके पति नें,
देखते ही देखते सारा जग पराया हो गया।
कपड़े सारे थे फटे और शक्ल भिखमंगो सी थी,
एक दो ने भीख दी घर तक का किराया हो गया।