खेल लेता हूँ दिल का जुआ
नाता तो मुझे मुसाफिर से जोड़ना ही है,
ये ख्वाबों,दिलो, मनो,विचारों का मिलन तो करना ही है,
खेल लेता हूँ दिल का जुआ फिर एक बार,
एक ना एक दिन किसी का तो होना ही हैं।
# आशीष कुमार
ये ख्वाबों,दिलो, मनो,विचारों का मिलन तो करना ही है,
खेल लेता हूँ दिल का जुआ फिर एक बार,
एक ना एक दिन किसी का तो होना ही हैं।
# आशीष कुमार