shayeri
दर्द क्या होता है बताएँगे किसी रोज़,
कमाल की ग़ज़ल तुम को सुनायेंगे किसी रोज़ ;
थी उन की ज़िद के मैं...
कमाल की ग़ज़ल तुम को सुनायेंगे किसी रोज़ ;
थी उन की ज़िद के मैं...